Tuesday, May 29, 2007

२१) नाम महिमा ऐसी जु जानो...

राग : टोडी

नाम महिमा ऐसी जु जानो ।
मर्यादादिक कहें लौकिक सुख लहे
पुष्टि कों पुष्टिपथ निश्चे मानो ॥१॥

स्वाति जलबुन्द जब परत हें जाहि में ,
ताहि में होत तेसो जु बानो ।
श्री यमुने कृपा सिंधु जानि स्वाति जल बहु मानि,
सूर गुण पुर कहां लो बखानों ॥२॥

No comments: