Tuesday, May 29, 2007

२४) श्री यमुने पति दास के चिन्ह न्यारे...

राग : टोडी

श्री यमुने पति दास के चिन्ह न्यारे ।
भगवदी को भगवत संग मिलि रहत हैं,
जाके हिय बसत प्राण प्यारे ॥१॥

गूढ यमुने बात सोई अब जानही,
जाके मनमोहन नैनतारे ।
सूर सुख सार निरधार वे पावहीं,
जापर होय श्री वल्लभ कृपा रे ॥२॥

No comments: